भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एक नया मील का पत्थर लग गया है। महिंद्रा & महिंद्रा लिमिटेड ने 27 नवंबर, 2025 को अपने दो दिवसीय 'स्क्रीम इलेक्ट्रिक' इवेंट के दौरान XEV 9S लॉन्च किया — भारत का पहला ऐसा इलेक्ट्रिक SUV जो 7 सीटों के लिए बिल्कुल नए सिरे से डिज़ाइन किया गया है। ये गाड़ी सिर्फ एक नया मॉडल नहीं, बल्कि एक रणनीति का प्रतीक है: महिंद्रा का इलेक्ट्रिक वाहन प्लेटफॉर्म, Born EV, का एक साल पूरा होना। और इस बार, वो बड़े बाजार की ओर बढ़ रहे हैं — परिवारों की ओर।
एक साल के बाद, एक नया आकार
27 नवंबर, 2024 को महिंद्रा ने अपना पहला Born EV प्लेटफॉर्म पर आधारित SUV, XEV 9e, लॉन्च किया था। आज, एक साल बाद, वो उसी प्लेटफॉर्म के आधार पर एक बड़ी, बड़ी गाड़ी लेकर आए हैं। XEV 9S को INGLO प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है — जो एक अलग, और अधिक उन्नत आधार है। इसका मतलब ये नहीं कि XEV 9e अब बेकार है। बिल्कुल नहीं। वो अभी भी बाजार में है, और अब उसके खरीददारों को एक साल की वर्षगांठ के तौर पर ₹1.55 लाख तक के बेनिफिट्स मिल रहे हैं — घर पर चार्जर, फ्री पब्लिक चार्जिंग क्रेडिट्स, एक्सेसरीज़। लेकिन ये सिर्फ 5,000 यूनिट्स तक ही, जो 20 दिसंबर, 2025 से पहले डिलीवर हों।
कीमत और तुलना: बाजार में कौन है खतरा?
XEV 9S की शुरुआती कीमत ₹35 लाख है, और टॉप वेरिएंट ₹40 लाख तक जाता है। ये भारतीय रुपये में है — अमेरिकी डॉलर में ये $22,409 से $33,000 के बीच है। इसका मतलब ये नहीं कि ये सस्ती है। बिल्कुल उल्टा। ये एक प्रीमियम प्रोडक्ट है। इसकी तुलना वोल्वो EX30 (₹39.99 लाख) और आने वाले टाटा सफारी EV (अप्रैल 2026 में ₹32 लाख की उम्मीद) से की जा रही है। यहाँ तक कि ह्यूंडाई पैलिसेड भी ₹40 लाख के आसपास आने वाला है।
लेकिन ये तुलना अभी भी अधूरी है। क्योंकि XEV 9S एक ऐसी गाड़ी है जो भारत में कभी नहीं देखी गई — एक असली, नए आधार पर बनी 7-सीटर इलेक्ट्रिक SUV। जब तक ये नहीं आया, तब तक लोग अपने बड़े परिवारों के लिए डीजल SUV या हाइब्रिड्स को ही चुनते थे। अब, एक ऐसा विकल्प आ गया है जो बिना किसी डीजल इंजन के, बिना किसी फ्यूल स्टॉप के, एक पूरा परिवार को ले जा सकता है।
इलेक्ट्रिक वाहन का नया नियम: चार्जिंग का बंडल
महिंद्रा ने सिर्फ गाड़ी नहीं बेची — उन्होंने एक अनुभव बेचा। उनके लिए, इलेक्ट्रिक वाहन का मतलब सिर्फ बैटरी और मोटर नहीं है। ये चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर है। ये घर पर चार्जर है। ये फ्री पब्लिक चार्जिंग क्रेडिट्स हैं। ये एक ऐसा बंडल है जो ग्राहक को बताता है: ‘हम आपकी चिंता को समझते हैं।’
इस बात का असर अभी दिख रहा है। जिन 5,000 लोगों ने XEV 9e खरीदा, उन्हें अभी भी इन बेनिफिट्स का लाभ मिल रहा है। और अब XEV 9S के लिए भी ऐसा ही एक्सपेक्टेशन बन रहा है। ये नहीं कि दूसरे ब्रांड इसे नहीं कर रहे — बल्कि महिंद्रा ने इसे अपने ब्रांड का हिस्सा बना दिया है। ये एक लॉयल्टी बनाने की रणनीति है।
अगला कदम: XEV 4e और बाजार का विस्तार
महिंद्रा की इलेक्ट्रिक रणनीति एक तिकोना है। नीचे, बजट सेगमेंट में XEV 4e — जिसकी लॉन्च तारीख 15 जनवरी, 2026 है और कीमत ₹13 लाख के आसपास है। बीच में, XEV 9e — जो अभी भी बिक रहा है। और ऊपर, XEV 9S — जो परिवारों को अपनी ओर खींच रहा है।
ये एक शानदार रणनीति है। जब तक दूसरे ब्रांड एक-एक करके अपने उत्पाद लॉन्च कर रहे हैं — मारुति ई विटारा (10 दिसंबर, 2025), टोयोटा अर्बन क्रूजर (16 फरवरी, 2026) — महिंद्रा एक साथ तीन अलग-अलग बाजारों में घुस रहा है। ये नहीं कि वो सब कुछ बेच रहा है। बल्कि वो हर बाजार को अलग-अलग तरीके से जीतना चाहता है।
भारत के इलेक्ट्रिक भविष्य का नया आकार
अब तक, इलेक्ट्रिक SUVs को अक्सर एकल या दो सीटर वाले गाड़ियों के रूप में देखा जाता रहा है। लेकिन XEV 9S ने एक नया सवाल उठाया है: ‘अगर आपका परिवार चार से छह लोगों का है, तो आपको क्यों डीजल चाहिए?’
इसका असर सिर्फ बाजार पर नहीं, बल्कि सड़कों पर भी पड़ेगा। जब एक बड़ा परिवार अपनी इलेक्ट्रिक SUV से स्कूल छोड़ता है, तो वो एक नया नॉर्म बना रहा है। जब एक ग्रामीण परिवार अपनी गाड़ी को घर पर चार्ज करता है, तो वो ऊर्जा के अपने तरीके को बदल रहा है।
महिंद्रा ने सिर्फ एक गाड़ी नहीं लॉन्च की। उन्होंने एक नए भारत का आह्वान किया है — जहाँ इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ सिर्फ शहरी युवाओं के लिए नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार के लिए हो सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
XEV 9S और XEV 9e में क्या अंतर है?
XEV 9e, Born EV प्लेटफॉर्म पर आधारित है और ₹21.90 लाख से ₹31.25 लाख के बीच उपलब्ध है, जबकि XEV 9S INGLO प्लेटफॉर्म पर बना है और ₹35-40 लाख के बीच है। XEV 9S एक असली 7-सीटर है, जबकि XEV 9e एक 5-सीटर है। XEV 9S का डिज़ाइन बड़े परिवारों के लिए बनाया गया है, जिसमें अधिक स्पेस और उन्नत टेक्नोलॉजी शामिल है।
XEV 9S का रेंज कितना है और चार्जिंग कैसे होगी?
महिंद्रा ने अभी तक एक्सैक्ट रेंज नहीं बताई, लेकिन इसका अनुमान 400-450 किमी है (WLTP बेसिस पर)। चार्जिंग के लिए घर पर चार्जर और पब्लिक चार्जिंग स्टेशन्स के साथ-साथ महिंद्रा के अपने चार्जिंग नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। लॉन्च ऑफर में फ्री पब्लिक चार्जिंग क्रेडिट्स भी शामिल हैं।
क्या XEV 9S की तुलना टाटा सफारी EV से की जा सकती है?
हाँ, लेकिन अंतर बड़ा है। सफारी EV ₹32 लाख के आसपास आएगा और एक रिफिनेड डीजल SUV का इलेक्ट्रिक वर्जन है। XEV 9S एक नए आधार पर बना है, जिसका डिज़ाइन शुरू से इलेक्ट्रिक है। इसका इंटीरियर स्पेस, टेक्नोलॉजी और चार्जिंग बंडल सफारी EV से अलग है।
XEV 9S के लिए क्या वारंटी और सर्विस सुविधाएँ उपलब्ध हैं?
महिंद्रा ने अभी तक आधिकारिक वारंटी की जानकारी नहीं दी है, लेकिन उम्मीद है कि बैटरी के लिए 8 साल या 1.6 लाख किमी की वारंटी मिलेगी, जैसा कि अन्य बड़े ब्रांड्स करते हैं। सर्विस सेंटर्स महिंद्रा के नेटवर्क में उपलब्ध होंगे, और बिजली के लिए विशेष सर्विस टीमें भी तैयार हैं।
क्या XEV 9S ग्रामीण क्षेत्रों में भी काम करेगा?
हाँ, अगर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो जाए। महिंद्रा के घर पर चार्जर और पब्लिक चार्जिंग क्रेडिट्स का ऑफर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी लाभदायक है। अगर घर पर बिजली आती है, तो एक इलेक्ट्रिक SUV डीजल से कम लागत पर चल सकता है — जो ग्रामीण खरीददारों के लिए एक बड़ा फायदा है।
भविष्य में महिंद्रा के और क्या योजनाएँ हैं?
15 जनवरी, 2026 को XEV 4e लॉन्च होगा, जो ₹13 लाख के आसपास होगा। ये एक छोटा, बजट फ्रेंडली इलेक्ट्रिक SUV होगा। महिंद्रा ने भविष्य में और भी इलेक्ट्रिक मॉडल्स लॉन्च करने की योजना बनाई है, जिसमें शहरी कॉम्पैक्ट SUVs और लाइट कमर्शियल वाहन भी शामिल हो सकते हैं।