जब Aston Martin ने Vanquish लॉन्च इवेंट 2025नई दिल्ली में नई सुपरकार पेश की, भारतीय लक्ज़री ऑटो‑मार्केट को हल्का झटका लगा। 8.85 करोड़ (एक्स‑शोरूम) की कीमत पर यह वैंकिश भारत में अब तक का सबसे पावरफ़ुल Aston Martin मॉडल बन गया, जिसमें 5.2‑लीटर टविन‑टर्बो V12 इंजन 835 PS की अधिकतम शक्ति देता है। इस लॉन्च की खबर ने केवल कार प्रेमियों ही नहीं, बल्कि हाई‑नेट‑वर्थ व्यक्तियों और निवेशकों का ध्यान खींच लिया, क्योंकि यह दर्शाता है कि भारत में अल्ट्रा‑लक्सरी सेगमेंट अभी‑भी तेज़ी से विकसित हो रहा है।
परिचय और लॉन्च की मुख्य बातें
इवेंट 15 मार्च 2025 को नई दिल्ली के होटल द ग्रैंड पैंथियन में आयोजित किया गया। भारतीय बाजार के लिए विशेष रूप से तैयार की गई इस कार को कंपनी के भारत के जनरल मैनेजर अशोक रॉय ने पावरपॉइंट के साथ पेश किया। उन्होंने कहा, “वैंकिश सिर्फ एक कार नहीं, यह ब्रिटिश इंजीनियरिंग का शिखर है और हम भारतीय ग्राहकों को इसका सबसे बेज़ोड़ अनुभव देना चाहते हैं।”
उत्पादन के आंकड़े भी आश्चर्यजनक हैं: विश्वभर में केवल 500 यूनिट ही बनाए जाएंगे, जिनमें से भारत को 30 यूनिट ही लॉट में मिलेगी। भारत में आयात कर 100 % से अधिक होने के बावजूद, कंपनी ने इस प्राइस‑पॉइंट को तय किया क्योंकि वह प्रीमियम ब्रांड वैल्यू को प्राथमिकता देती है।
Vanquish की तकनीकी विशिष्टताएँ
नये V12 इंजन की बात करें तो यह 5.2 लीटर टविन‑टर्बो चार्ज्ड, 48‑वाल्व, क्वाड ओवरहेड कैम, 9.3:1 कम्प्रेशन रेशियो वाला यूनिट है। स्टीयरिंग को Bilstein DTX अडैप्टिव डैंपर के साथ लैस किया गया है, जिससे 0‑100 किमी/घंटा केवल 3.3 सेकेंड में तय हो जाता है और टॉप स्पीड 345 किमी/घंटा (214 mph) तक पहुंचती है। एरोडायनामिक पैकेज में फुल‑कार्बन‑फाइबर बॉडी पैनल, मैट्रिक्स LED हेडलैंप और LED टेल‑लाइट बलेड शामिल हैं।
- मैक्सिमम पावर: 835 PS (824 bhp) @ 6,500 rpm
- टॉर्क: 1,000 Nm @ 2,500‑5,000 rpm
- वजन: 1,910 kg (EU‑सर्टिफाइड अनलोडेड)
- 0‑100 किमी/घंटा: 3.3 सेकेंड
- टॉप स्पीड: 345 किमी/घंटा
इंफ़ोटेनमेंट में 10.25‑इंच टचस्क्रीन, एंड्रॉयड ऑटो, वायरलेस एप्पल कारप्ले और Bowers & Wilkins की 1,170‑वॉट, 15‑स्पीकर साउंड सिस्टम (Bowers & Wilkins) शामिल है।
डिज़ाइन और इंटीरियर्स
एक्सटीरियर में फुल‑कार्बन‑फाइबर हूड, डोर आउटर और साइड पैनल्स के साथ कटर‑एज लुक को बढ़ाया गया है। मैट्रिक्स LED हेडलैंप में ऑटो‑हाई‑बेम, डिरेक्शन इंडिकेटर और ग्राफिक थियेटर लाइट इंटेग्रेटेड हैं। इंटीरियर में क्विल्टेड स्पोर्ट सीट्स, ड्यूल‑टोन लेदरेट स्क्रीन और कार्बन‑फाइबर ट्रिम्स हैं। ड्राइवर को 16‑वे इलेक्ट्रिक एडजस्टेबल सीट्स और तीन‑स्पोक रियर‑स्टियरिंग व्हील का अनुभव मिलता है।
बाजार में प्रतिस्पर्धा और मूल्यांकन
वैंकिश सीधे Ferrari 812 Superfast और Lamborghini Revuelto जैसी हाइ‑परफ़ॉर्मेंस सुपरकार्स के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा। किं-वैल्यू के लिहाज़ से वैंकिश थोड़ा महँगा है, पर इसकी बेज़ोड़ कस्टमाइज़ेशन और ब्रिटिश ब्रांड एलीटनेस इसे एक अलग वर्ग में रखती है।
इंडियन ऑटो‑इंडस्ट्री विश्लेषक डॉ. रवीश चतुर्वेदी का कहना है, “उच्च आयात कर और सख्त उत्सर्जन नियमों के बावजूद, लक्ज़री सेगमेंट में CAGR 12 % है, और वैंकिश इस ट्रेंड को और तेज़ करेगा।”
भारत में ऑटोमोटिव लक्सरी का भविष्य
आगामी कुछ वर्षों में भारत में हाई‑नेट‑वर्थ वर्ग का विस्तार होने की संभावना है, जिससे डीलरशिप नेटवर्क और सर्विस इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ेगा। Aston Martin ने यह संदेश दिया कि वह केवल यूरोप और अमेरिका पर निर्भर नहीं रहना चाहता, बल्कि एशिया‑पैसिफिक में भी अपना फूटप्रिंट मजबूत करना चाहता है।
भविष्य में जिस तरह के मॉडल्स लॉन्च हो सकते हैं—उदाहरण के तौर पर इलेक्ट्रिक सुपरकार—वैंकिश की सफलता एक बेंचमार्क होगी।
Frequently Asked Questions
वैंकिश का मूल्य भारतीय ग्राहकों के लिए कितना वाजिब है?
8.85 करोड़ का प्राइस‑टैग भारतीय अल्ट्रा‑लक्सरी मार्केट में तुलनात्मक रूप से उच्च है, परन्तु 835 PS V12 इंजन, पूर्ण कार्बन‑फाइबर बॉडी और Bowers & Wilkins साउंड सिस्टम जैसी विशेषताएँ इसे एक अनूठा प्रीमियम विकल्प बनाती हैं। यह कीमत आमतौर पर कस्टमाइज़ेशन विकल्पों पर निर्भर करती है और कुल मिलाकर 10‑15 % अधिक हो सकती है।
क्या भारतीय शहरों में वैंकिश का सर्विस नेटवर्क उपलब्ध होगा?
Aston Martin ने अभी तक भारत में आधिकारिक सर्विस सेंटर नहीं खोले हैं, पर कंपनी ने मुंबई और बेंगलुरु में पहचान योग्य पार्टनरिंग फर्म्स के साथ प्री‑सेल सर्विस समझौता किया है। लॉन्च के बाद 2025 के अंत तक दिल्ली‑नजिक के एक डीलरशिप में फुल‑सर्विस सुविधाएँ उपलब्ध होनी चाहिए।
वैंकिश किन प्रतिस्पर्धी मॉडलों से मुकाबला करता है?
मुख्य प्रतिस्पर्धी हैं Ferrari 812 Superfast, Lamborghini Revuelto और McLaren 720S। सभी मॉडलों में समान शक्ति और गति है, पर वैंकिश का फोकस ग्रैंड‑टूरर कम्फर्ट पर है, जबकि दूसरों का मुख्य आकर्षण ट्रैक‑फोकस्ड है।
वैंकिश के लॉन्च के बाद भारत में सुपरकार की मांग में क्या बदलाव आएगा?
विश्लेषकों का मानना है कि वैंकिश जैसे हाइ‑एंड मॉडल की उपलब्धता से भारतीय हाई‑नेट‑वर्थ वर्ग में ब्रांड‑लॉयल्टी बढ़ेगी और अन्य प्रीमियम ब्रांड्स को भी भारत में अधिक सक्रिय रूप से निवेश करने के लिये प्रेरित करेगी। इससे अगले 3‑5 सालों में सुपरकार इम्पोर्ट वॉल्यूम में लगभग 20 % की वृद्धि की संभावना है।